रात के आखिरी हिस्से में दुआए क़बूल होती है

दुआ

कौन है जो मुझसे मांगता है कि मैं उसे दू

मफ़हूम ए हदीस: अबू हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु से सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने इरशाद फरमाया हमारा रब हर रात आसमान ए दुनिया की तरफ रुज़ू फरमाता है। उस वक्त जब रात को आखिरी तिहाई हिस्सा बाकी रह जाता है और फरमाता है कौन है जो मुझ से दुआ करता है कि मैं उसकी दुआ कबूल करू? कौन है जो मुझसे मांगता है कि मैं उसे दूं? कौन है जो मुझसे बख्शीश तलब करता है कि मैं उसकी बख्शीश करूं?

अपनी दुआओं में याद रखिएगा

 दीन दुनिया व मुल्क़ के लिए खैर की दुआ मांगिए 

एक शख्स आप सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम की खिदमत में हाजिर हुआ और उसने अर्ज किया अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम मैं अपने रब से सवाल करूं तो क्या करूं आप सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम ने फ़रमाया तुम यह कहो ए अल्लाह मुझे बख्श दे मुझ पर रहम फरमा और मुझे आफ़ियत दे और मुझे रिज़्क़ अता फरमा और आपने अंगूठे के अलावा चारों उंगलियां जमा करके फरमाया के चारों कलीमात तुम्हारे लिए दीन और दुनिया दोनों को इकट्ठा कर देंगे।






Comments



( अगली खबर ).