अंदर का मौसम खिज़ा की चपेट में हो तो बाहर खुली बहार की खुशबू भी जज्बों पर छाई खामोशी को तोड़ने में नाकाम रहती है।

इबरत-ए-ज़िन्दगी

बातें इबरत के एहतबार से.........

कुछ लोग कितने अच्छे होते हैं उन्हें खबर होती है कि उनकी झोली में कोई सिर्फ कांटे डालकर जा रहा है

फिर भी कुछ नहीं कहते या शायद जिन्हें चाहा जाए उनसे शिकवा किया ही नहीं जाता!!!

 

 अंदर का मौसम खिज़ा की चपेट में हो तो बाहर खुली बहार

की खुशबू भी जज्बों पर छाई खामोशी को तोड़ने में नाकाम रहती है!!!

 

मोहब्बत के सौदे में औरत हमेशा घाटे में रहती है फायदा तो मर्द को होता है

जहां से चलता है वही वापस आ जाता है मगर औरत मिट जाती है, फना हो जाती है मगर वापस नहीं लौटती!!!

 

• इंसान को हर वक्त अल्लाह से यह दुआ करनी चाहिए कि वह तकलीफ दे गम ना दे

तकलीफ दूर हो जाती है मगर गम सारी जिंदगी दीमक की तरह चाटता रहता है!!!

 

• शायद हर इंसान को यही लगता है कि जो चल रहा है खा रहा है आपसे बातें कर रहा है तो वह जिंदा है

मगर बहुत कम लोग जानते हैं कि सिर्फ सांस लेना जिंदा होने की निशानी नहीं होती!!!

 

 मोहताज़ ए दुआ 

अनम इब्राहिम 






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