मुस्लिम बस्तियां


नमाज़ बुराई से रोकती है

मुसाफिर और मरीज के अलावा

अगर कोई एक जुमा ना पढ़े तो उसके दिल पर एक काला दाग अगर दो जुमा ना पढ़े तो दो काले दाग आ जाते हैं। अगर तीन जुमा ना पढ़े तो उसका पूरा दिल काला हो जाता है!!!

जब कोई शक्स नमाज के लिए खड़ा होता है

मफ़हूम ए हदीस : अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम ने फ़रमाया जब कोई शक्स नमाज के लिए खड़ा होता है तो गोया वह अपने रब के साथ सरगोशी यानी बातें करता है या यूं फरमाया कि उसका रब उसके और क़िबले के दरमियां होता है।






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